इस समय मे माॅ बाप भी दिखाबा करते है और कुछ नही
कोई भी व्यक्ति तुम्हारे बुराई करे उनको अपना इज्जत पडबा रहता चाहे उनके बच्चे की
औकात नही
मै अपनी कहानी बतता हु
मै अपनी दीदी के पास गया जो मुम्बई रहती थी
सोचा की मुम्बई घुमने को मिलेगा मै अपनी 11th की पढ़ाई 3 महीना छोड़कर आया कुछ नया मिलेगा यहाँ कुछ नही मिला सिर्फ time pass हुआ मे एक लोता भाई था और
10 साल बाद दीदी के वहाँ 3 महीना रहा
रक्षाबंधन दिन ओ अपना कपड़ा बच्चो के लिए पती ने कुद के लिए खरीदी एक बार नही सोचा भाई के लिए खरीदु जो इतना दिन बाद आया था
बोली भाई जाते बकत 2और3 जोरी कपड़ा खरीद दुगगा वो सिर्फ माॅ को दिखाना चाहती थी
कुछ नही
जीजा जो हमेशा दीदी की बुराई करता था
मन कर रहा था कब यहाॅ से भाग जाऊ पर करु
क्या बाप ने दिया आज्ञा दीदी जीजा से कुछ
माॅगना नही
।
इस दुनियाभर मे सिर्फ दुसरे के लिए दिखाबा
करते है
मुझे अपनी दीदी पर इतना गुस्सा आ रहा था क्या बोलु माॅ बाप सारे Relationship से तंग आ
गया था मन बार बार बार एक ही बात बोल रहा था
यहां से कही चला जाऊ या ये सब को भुला दु